श्री महामृत्युंजय मंत्र Shree Mahamrutyunjay mantra Navdha Bhakti
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 Published On Dec 27, 2023

Mahamrityunjay Mantra
महामृत्युंजय मंत्र
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् !

 महामृत्युंजय मंत्र का सरल अनुवाद
हम भगवान शिव की पूजा करते हैं, जिनके तीन नेत्र हैं, जो हर श्वास में जीवन शक्ति का संचार करते हैं और पूरे जगत का पालन-पोषण करते हैं।
रोज रुद्राक्ष की माला से इस मंत्र का जप करने से अकाल मृत्यु (असमय मौत) का डर दूर होता है। साथ ही कुंडली के दूसरे बुरे रोग भी शांत होते हैं, 
भय से छुटकारा पाने के लिए 1100 मंत्र का जप किया जाता है।
रोगों से मुक्ति के लिए 11000 मंत्रों का जप किया जाता है।
पुत्र की प्राप्ति के लिए, उन्नति के लिए, अकाल मृत्यु से बचने के लिए सवा लाख की संख्या में मंत्र जप करना चाहिए।
यदि साधक पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ यह साधना करें, तो मनवांछित फल की प्राप्ति होती है।

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